Skip to Content

Bangladesh 1000 Taka Banknote 2025: क्या है नए नोटों में खास? जानिए नए डिज़ाइन के पीछे की वजह

9 जून 2025 by
Mohit Singh

Bangladesh 1000 Taka Banknote 2025 को लेकर इस वक्त पूरे बांग्लादेश में चर्चा का माहौल है। 3 जून 2025 को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने नई करंसी सीरीज लॉन्च की, जिसमें देश के संस्थापक नेता शेख मुजीबुर रहमान की तस्वीर को हटा दिया गया है। ये फैसला राजनीतिक हलकों में हलचल मचाने वाला रहा, क्योंकि इस नए नोट में केवल प्राकृतिक नज़ारे, सांस्कृतिक स्थल और धार्मिक पहचान को जगह दी गई है। तो आखिर क्यों लिया गया इतना बड़ा फैसला? और नए 1000 टका नोट में क्या-क्या बदला गया है? आइए विस्तार से जानते हैं।

नए नोट की पहली झलक और डिज़ाइन

Bangladesh 1000 Taka Banknote 2025 को एक आकर्षक रंग संयोजन के साथ पेश किया गया है। इस नोट में वायलेट, पर्पल, टैन और ग्रीन रंगों का सुंदर मिश्रण दिखाई देता है। सामने की तरफ 'नेशनल मार्टियर्स मॉन्युमेंट' (सावर स्मारक) को प्रमुख रूप से दिखाया गया है, जो बांग्लादेश की आज़ादी की लड़ाई की याद दिलाता है। वहीं बैक साइड में ढाका का प्रसिद्ध 'राष्ट्रीय संसद भवन' (Jatiya Sangsad Bhaban) छापा गया है।

bangladesh 1000 taka banknote 2025

नोट के बीचोंबीच एक खिड़कीदार सुरक्षा धागा (windowed security thread) है और वॉटरमार्क के रूप में 'रॉयल बंगाल टाइगर' को दिखाया गया है, जो देश की पहचान को दर्शाता है। इसके अलावा इलेक्ट्रोटाइप के तौर पर बैंक का लोगो और “1000” भी वॉटरमार्क में जोड़ा गया है।

राजनीतिक तटस्थता की ओर एक बड़ा कदम

इस बार जो बात सबसे ज्यादा चर्चा में रही, वो है शेख मुजीबुर रहमान की तस्वीर का हटाया जाना। इससे पहले के लगभग सभी बड़े बांग्लादेशी नोटों में शेख मुजीब की तस्वीर होती थी। लेकिन इस बार अंतरिम सरकार ने राजनीतिक प्रतीकों को हटाकर एक तटस्थ और समावेशी छवि पेश करने की कोशिश की है।

अंतरिम प्रमुख सलाहकार मुहम्मद यूनुस की अगुवाई में पेश की गई इस नई नोट सीरीज को बांग्लादेश बैंक गवर्नर डॉ. अहसान एच. मंसूर ने जारी किया। इस मौके पर वित्त सलाहकार सलेहुद्दीन अहमद, कानून सलाहकार आसिफ नज़रुल, चिट्टगॉन्ग पहाड़ी इलाकों के मामलों के सलाहकार सुप्रदीप चकमा और स्थानीय सरकार सलाहकार आसिफ महमूद सजीब भी मौजूद थे।

विविधता और संस्कृति की झलक

Bangladesh 1000 Taka Banknote 2025 में खास बात यह है कि इसमें किसी भी इंसानी तस्वीर को जगह नहीं दी गई है। इसकी जगह आपको हिन्दू मंदिर, बौद्ध विहार, पुरातात्विक स्थल और प्राकृतिक नज़ारे देखने को मिलेंगे। इससे यह साफ है कि सरकार ने इस बार नोट को राजनीति से ऊपर उठकर देश की संस्कृति और विविधता को दिखाने का जरिया बनाया है।

बांग्लादेश बैंक के प्रवक्ता अरिफ हुसैन खान ने स्पष्ट किया कि, “इन नोटों में अब कोई इंसानी चेहरा नहीं होगा। हम सिर्फ बांग्लादेश की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर को पेश करना चाहते हैं।”

पुरानी करंसी भी रहेगी मान्य

हालांकि ये नई सीरीज लॉन्च कर दी गई है, लेकिन पुराने नोट भी अब तक मान्य हैं। जिन नोटों में शेख मुजीबुर रहमान की तस्वीर थी, वो भी फिलहाल चलन में रहेंगे। इसका मतलब है कि बांग्लादेश सरकार ने एकदम से बदलाव नहीं किया बल्कि एक फेज़ वाइज़ ट्रांजिशन को अपनाया है। इससे जनता को पुराने नोट बदलने का पर्याप्त समय मिलेगा।

बदलाव का समय और राजनीतिक पृष्ठभूमि

यह बदलाव ऐसे समय पर आया है जब बांग्लादेश एक गंभीर राजनीतिक बदलाव के दौर से गुजर रहा है। अगस्त 2024 में प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार को भारी विरोध प्रदर्शनों के बाद सत्ता से हटा दिया गया था। 1 जून 2025 को इंटरनेशनल क्राइम्स ट्राइब्यूनल ने शेख हसीना के खिलाफ मानवता के खिलाफ अपराधों की सुनवाई को स्वीकार कर लिया। वह फिलहाल भारत में निर्वासन में हैं, और उनके प्रत्यर्पण की मांग की जा चुकी है।

इसी राजनैतिक हलचल के बीच नई नोट सीरीज लॉन्च करना केवल आर्थिक निर्णय नहीं बल्कि राजनीतिक संदेश भी है।

1000 टका नोट के तकनीकी फीचर्स

फीचरविवरण
मूल्य1000 टका (लगभग $12 USD)
रंगवायलेट, पर्पल, टैन, ग्रीन
आकार160mm x 70mm
वॉटरमार्करॉयल बंगाल टाइगर, बैंक लोगो
प्रिंटरसिक्योरिटी प्रिंटिंग कॉर्पोरेशन
आगे की छपाईसावर स्मारक
पीछे की छपाईढाका संसद भवन
सुरक्षा तत्वओवीआई डिवाइस, रजिस्ट्रेशन डिवाइस, सुरक्षा धागा

निष्कर्ष: नई शुरुआत की ओर

Bangladesh 1000 Taka Banknote 2025 न केवल एक नया डिज़ाइन है, बल्कि यह एक नई सोच और राजनीतिक रीसेट का संकेत भी देता है। जहां एक तरफ यह नोट बांग्लादेश की प्राकृतिक सुंदरता, विविध संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहर को दर्शाता है, वहीं दूसरी ओर यह तटस्थता और समावेशन की ओर सरकार की गंभीरता को भी दिखाता है।

बांग्लादेश के नागरिकों के लिए यह बदलाव सिर्फ नया नोट नहीं, बल्कि राष्ट्रीय पहचान को फिर से गढ़ने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।


in News